और सैंकड़ों तथा हज़ारों के बीच में आपका अलग ही व्यक्तित्व हो ॐ ण तं थं दं धं नं पं फं लं भं नमो दक्ष पादे हम तो योगी गुरुमुख बोली, सिद्धों का मर्म न जाने कोई । सत का धर्म सत की काया, ब्रह्म अग्नि में योग जमाया । https://realtor22211.shotblogs.com/the-definitive-guide-to-shabar-mantra-46177667