पूजन रामचंद्र जब कीन्हा। जीत के लंक विभीषण दीन्हा॥ अस्तुति चालीसा शिवहि, पूर्ण कीन कल्याण॥ सूक्ष्म रूप धरि सियहिं दिखावा। बिकट रूप धरि लंक जरावा।। अर्थ: पवित्र मन से इस पाठ को करने से भगवान शिव कर्ज में डूबे को भी समृद्ध बना देते हैं। यदि कोई संतान हीन हो https://lyricsshivchalisa55166.blogripley.com/30352240/the-basic-principles-of-shiv-chalisa-lyrics-in-punjabi